Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Oct 2024 · 1 min read

4746.*पूर्णिका*

4746.*पूर्णिका*
🌷 दुनिया की दुनिया है 🌷
22 22 22
दुनिया की दुनिया है ।
अपनों की दुनिया है ।।
प्यार करो प्यार मिले।
सज्जनों की दुनिया है ।।
मौका का लाभ उठा ।
सुमनों की दुनिया है ।।
न भरोसा तोड़े हम ।
सपनों की दुनिया है ।।
खुशियांँ देते खेदू।
भजनों की दुनिया है ।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
23-10-2024बुधवार

98 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मित्रो नमस्कार!
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
ज़िंदगी की मशक़्क़त में
ज़िंदगी की मशक़्क़त में
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
करार दे
करार दे
SHAMA PARVEEN
परिदृश्य
परिदृश्य
Vivek Pandey
3663.💐 *पूर्णिका* 💐
3663.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
goutam shaw
अनंत नभ के नीचे,
अनंत नभ के नीचे,
Bindesh kumar jha
निभाना आपको है
निभाना आपको है
surenderpal vaidya
संवेदनाएँ
संवेदनाएँ
Meera Thakur
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उसको न बताना अच्छा नहीं
उसको न बताना अच्छा नहीं
Jyoti Roshni
कविता
कविता
Nmita Sharma
तप्त हृदय को , सरस स्नेह से ,
तप्त हृदय को , सरस स्नेह से ,
Kanchan Gupta
दान
दान
Shashi Mahajan
मिलने को तुमसे
मिलने को तुमसे
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
मेरे हमदम
मेरे हमदम
Arvina
कविता-निज दर्शन
कविता-निज दर्शन
Nitesh Shah
जो बालक मातृभाषा को  सही से सीख  लेते हैं ! वही अपने समाजों
जो बालक मातृभाषा को सही से सीख लेते हैं ! वही अपने समाजों
DrLakshman Jha Parimal
सत्यवादी
सत्यवादी
Rajesh Kumar Kaurav
आदतों में जो थी आवाजें।
आदतों में जो थी आवाजें।
Manisha Manjari
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
पूनम दीक्षित
प्रेम प्रस्ताव
प्रेम प्रस्ताव
NAVNEET SINGH
" इकरार "
Dr. Kishan tandon kranti
जनता मुफ्त बदनाम
जनता मुफ्त बदनाम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गम जरूरी है
गम जरूरी है
पूर्वार्थ
..
..
*प्रणय प्रभात*
बदलती फितरत
बदलती फितरत
Sûrëkhâ
श्रीकृष्ण जन्म...
श्रीकृष्ण जन्म...
डॉ.सीमा अग्रवाल
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
साँझ का बटोही
साँझ का बटोही
आशा शैली
Loading...