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22 Oct 2024 · 1 min read

“मेरे अल्फ़ाज़”

“मेरे अल्फ़ाज़”
जख्म झेले दाग भी खाए बहुत,
मोहब्बत करके पछताए बहुत।

2 Likes · 2 Comments · 125 Views
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