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21 Oct 2024 · 1 min read

” फर्क “

” फर्क ”
खुद पर ही किया हो
शायद कभी किसी ने गौर,
दिमाग कहीं और भागता
जबकि ये दिल कहीं और।

2 Likes · 2 Comments · 146 Views
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