Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2024 · 1 min read

करवाचौथ

सजन हमने लगाई है तुम्हारे नाम की मेंहदी
हमारे मन पे छाई है तुम्हारे नाम की मेंहदी
तुम्हें कितना है हमसे प्रेम इसकी साक्षी है ये
गजब क्या रंग लाई है तुम्हारे नाम की मेंहदी

डॉ अर्चना गुप्ता
19 .10.2024

153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

कर्म प्रधान जीवन जियो
कर्म प्रधान जीवन जियो
Chitra Bisht
सांवरे मुरझाए हुए फूलों से कभी,
सांवरे मुरझाए हुए फूलों से कभी,
श्याम सांवरा
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
आंखों में
आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...)
ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...)
डॉक्टर रागिनी
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
Dr. Vaishali Verma
गुलाब   ....
गुलाब ....
sushil sarna
यारों... फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !!
यारों... फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !!
Ravi Betulwala
मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
दीपक बवेजा सरल
18 असुध
18 असुध
Lalni Bhardwaj
कविता
कविता
Nmita Sharma
इंसानों की क़ीमत को
इंसानों की क़ीमत को
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
शबरी
शबरी
Dr Archana Gupta
आओ जलाएं
आओ जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
सचेतन संघर्ष
सचेतन संघर्ष
अमित कुमार
इश्क
इश्क
Neeraj Mishra " नीर "
3035.*पूर्णिका*
3035.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
"जादू-टोना"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन एक उत्सव
जीवन एक उत्सव
Mahender Singh
दोषरहित
दोषरहित
Minal Aggarwal
यूं वक्त लगता है ज़िंदगी को तन्हा गुजरने में,
यूं वक्त लगता है ज़िंदगी को तन्हा गुजरने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बूढ़ा बागवान
बूढ़ा बागवान
Rajesh Tiwari
प्रेम कहानी यह अनजानी !
प्रेम कहानी यह अनजानी !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मेरा भारत महान
मेरा भारत महान
Sudhir srivastava
काले धन के कालिए, हो जाते आजाद
काले धन के कालिए, हो जाते आजाद
RAMESH SHARMA
*जन्मभूमि में प्राण-प्रतिष्ठित, प्रभु की जय-जयकार है (गीत)*
*जन्मभूमि में प्राण-प्रतिष्ठित, प्रभु की जय-जयकार है (गीत)*
Ravi Prakash
मेरे नसीब
मेरे नसीब
ललकार भारद्वाज
Loading...