Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2024 · 1 min read

” सरहद “

” सरहद ”
कोई सरहद हो नहीं सकती,
जब तलक दीवानगी जिन्दा है।

2 Likes · 2 Comments · 113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

एक थी नदी
एक थी नदी
सोनू हंस
तुम्हारी सोच है कि जैसा चाहो वैसा मै ढल जाऊ।
तुम्हारी सोच है कि जैसा चाहो वैसा मै ढल जाऊ।
अश्विनी (विप्र)
बे
बे
*प्रणय प्रभात*
आवश्यक मतदान है
आवश्यक मतदान है
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
*अम्बेडकर एक नाम है*
*अम्बेडकर एक नाम है*
Dushyant Kumar
हरियाली तीज😇
हरियाली तीज😇
Dr. Vaishali Verma
खाटू वाले मेरे श्याम भजन अरविंद भारद्वाज
खाटू वाले मेरे श्याम भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज ARVIND BHARDWAJ
सबको प्रेषित शुभकामना
सबको प्रेषित शुभकामना
Dr. Sunita Singh
"इश्क़े-ग़म" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*कुछ जीने के दिवस और मिल जाते अच्छा रहता (हिंदी गजल)*
*कुछ जीने के दिवस और मिल जाते अच्छा रहता (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
Chunnu Lal Gupta
- अकेला था अकेला ही रहना चाहता हु -
- अकेला था अकेला ही रहना चाहता हु -
bharat gehlot
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
"इंसान, इंसान में भगवान् ढूंढ रहे हैं ll
पूर्वार्थ
सदा -ऐ -रूह (ग़ज़ल)
सदा -ऐ -रूह (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
देर तो हो गई है
देर तो हो गई है
Ansh
दोस्ती का रिश्ता
दोस्ती का रिश्ता
विजय कुमार अग्रवाल
संघर्षशीलता की दरकार है।
संघर्षशीलता की दरकार है।
Manisha Manjari
अल्फाज़
अल्फाज़
कल्पना सोनी "काव्यकल्पना"
मैं राग पुराना बिस्मिल का l
मैं राग पुराना बिस्मिल का l
शक्ति राव मणि
चल हंसा वा देश
चल हंसा वा देश
Shekhar Chandra Mitra
शाम का वक्त है घर जाना है
शाम का वक्त है घर जाना है
अरशद रसूल बदायूंनी
*परछाई*
*परछाई*
Shashi kala vyas
शिष्य
शिष्य
Shashi Mahajan
हमेशा की नींद सुला दी गयी
हमेशा की नींद सुला दी गयी
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
4744.*पूर्णिका*
4744.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"एक नाविक सा"
Dr. Kishan tandon kranti
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
Manisha Wandhare
अब न रूप न रंग
अब न रूप न रंग
Suryakant Dwivedi
Loading...