Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2024 · 1 min read

ऐसे लोगो को महान बनने में देरी नही लगती जो किसी के नकारात्मक

ऐसे लोगो को महान बनने में देरी नही लगती जो किसी के नकारात्मक बोली के दिल पर न लेकर दिमाग मे उसे ही करने की ठान लेते है वो अपने जीवन के बादशाह हो जाते है,देखा जाए तो सबसे अधिक नकारात्मक विचार ही लोगों के प्रेरणा के कारण बन जाते है।
जैसे तुलसीदास को उनकी पत्नी रत्नावली ने बोली के द्वारा उनका हृदय परिवर्तन किया कालीदास विद्योत्मा के अपमान का बदला लेने हेतु महान विद्वान बने तो साधु की बात से खूंखार डाकू आदिकवि महर्षि वाल्मीकि बन गए।
जब कोई कहे ये तुमसे न हो पाएगा,ये तुम्हारे बस की बात नही तो अंदर की ऊर्जा हमे उसे ही करने को झकझोरने लगती है।
RJ Anand Prajapati

97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
योगी
योगी
Rambali Mishra
भाई की गरिमा न गिराइए
भाई की गरिमा न गिराइए
Sudhir srivastava
हरजाई खुशी
हरजाई खुशी
ओनिका सेतिया 'अनु '
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
..
..
*प्रणय प्रभात*
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
sudhir kumar
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
पूर्वार्थ
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
★ IPS KAMAL THAKUR ★
गरमी आयी
गरमी आयी
shashisingh7232
संकल्प
संकल्प
Bodhisatva kastooriya
बचपन की जिज्ञासा और सुनीता विलयम्स
बचपन की जिज्ञासा और सुनीता विलयम्स
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
sp16/17 कविता
sp16/17 कविता
Manoj Shrivastava
तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस
तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस
ललकार भारद्वाज
कितना भी आवश्यक या जरूरी काम हो
कितना भी आवश्यक या जरूरी काम हो
शेखर सिंह
राम तत्व
राम तत्व
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
"पुरखों के जमाने के हो बाबा"
राकेश चौरसिया
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
PRADYUMNA AROTHIYA
ता-उम्र गुजरेगी मिरी उनके इंतज़ार में क्या?
ता-उम्र गुजरेगी मिरी उनके इंतज़ार में क्या?
Shikha Mishra
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
जब मैं लिखता हूँ
जब मैं लिखता हूँ
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बंटोगे तो कटोगे
बंटोगे तो कटोगे
gurudeenverma198
याद  करने  पर याद  करता  है ,
याद करने पर याद करता है ,
Dr fauzia Naseem shad
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
*देशभक्त श्री अश्विनी उपाध्याय एडवोकेट (कुंडलिया)*
*देशभक्त श्री अश्विनी उपाध्याय एडवोकेट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अभी बाकी है
अभी बाकी है
Vandna Thakur
जीवन तो एक विरल सफर है
जीवन तो एक विरल सफर है
VINOD CHAUHAN
रुहानियत और इंसानियत संग संग(पंजाबी में) 18)
रुहानियत और इंसानियत संग संग(पंजाबी में) 18)
Mangu singh
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
दीपक बवेजा सरल
हारे का तू सहारा बाबा- रचनाकार अरविंद भारद्वाज
हारे का तू सहारा बाबा- रचनाकार अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज ARVIND BHARDWAJ
Loading...