ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर
बांग्लादेश में हिन्दुओ को निशाना बनाकर बलत्कृत, हत्या और चुन
इश्क
कल्पना सोनी "काव्यकल्पना"
चिरंतन सत्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
सुधीर श्रीवास्तव को विधा वाचस्पति मानद उपाधि
जो सबका हों जाए, वह हम नहीं
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्र*
आज मेरे पर पड़ी है कल तेरे ऊपर भी पड़ेगी।
तड़पने के लिए हर पल भले मजबूर करता है
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
स्वप्न और वास्तव: आदतों, अनुशासन और मानसिकता का खेल
बड़े-बड़े सपने देखते हैं लोग
जब से दिल संकरे होने लगे हैं