Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2024 · 1 min read

एक फरिश्ता पहुंचा है भगवान के दरबार में

एक फरिश्ता पहुंचा है भगवान के दरबार में।
ये खबर छपी है स्वर्ग के सभी अखबार में।
मीडिया वाले भी पहुंच गए इंटरव्यू लेने के लिए,
बड़ी रौनक थी आज भगवान के दरबार में।

Language: Hindi
1 Like · 127 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

शुभ
शुभ
*प्रणय प्रभात*
कुछ भी नया नहीं
कुछ भी नया नहीं
Acharya Shilak Ram
ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
Trishika Dhara
हवा-बतास
हवा-बतास
आकाश महेशपुरी
रक्तदान (17)
रक्तदान (17)
Mangu singh
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है
gurudeenverma198
संविधान में हिंदी की स्थिति, राष्ट्र भाषा के रूप में हिंदी का योगदान, तात्विक विश्लेषण
संविधान में हिंदी की स्थिति, राष्ट्र भाषा के रूप में हिंदी का योगदान, तात्विक विश्लेषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी,
शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक कुण्डलियां छंद-
एक कुण्डलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भटक ना जाना मेरे दोस्त
भटक ना जाना मेरे दोस्त
Mangilal 713
" डिजिटल अरेस्ट "
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
एक छोटी सी बह्र
एक छोटी सी बह्र
Neelam Sharma
*चेतना-परक कुछ दोहे*
*चेतना-परक कुछ दोहे*
Ravi Prakash
जीवन आभूषण,
जीवन आभूषण,
Buddha Prakash
कहे निराला ज्ञान
कहे निराला ज्ञान
संजय निराला
"Make sure that wherever you’re at in life, you don’t treat
पूर्वार्थ
गीत- सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं...
गीत- सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं...
आर.एस. 'प्रीतम'
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
भाई की गरिमा न गिराइए
भाई की गरिमा न गिराइए
Sudhir srivastava
पापा आपकी बहुत याद आती है
पापा आपकी बहुत याद आती है
Kuldeep mishra (KD)
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शब्द
शब्द" मुफ्त में मिलते हैं लेकिन
Ranjeet kumar patre
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
अपने पराए
अपने पराए
Neeraj Kumar Agarwal
भाव हमारे निर्मल कर दो
भाव हमारे निर्मल कर दो
Rajesh Kumar Kaurav
4275.💐 *पूर्णिका* 💐
4275.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरी नाकामियों का ज़श्न मानते है लोग ।
मेरी नाकामियों का ज़श्न मानते है लोग ।
विवेक दुबे "निश्चल"
सोचा एक अफ़साना लिख दूँ,
सोचा एक अफ़साना लिख दूँ,
Nitesh Shah
Loading...