वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
देश सोने की चिड़िया था यह कभी ...
— ये नेता हाथ क्यूं जोड़ते हैं ??–
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
वफ़ा की परछाईं मेरे दिल में सदा रहेंगी,
23/125.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
"प्रेम प्रमुख है जीवन में ll
कुछ ये हाल अरमान ए जिंदगी का
पहला प्यार नहीं बदला...!!
किसी को मारकर ठोकर ,उठे भी तो नहीं उठना।
जीवन में कई लोग मिलते हैं, कुछ साथ रह जाते हैं, कुछ का साथ छ
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
फिर किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले ।
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत