दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
जो बोझ ज़माने का हँस हँस के उठाते हैं ।
नील,
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
जो बोझ ज़माने का हँस हँस के उठाते हैं ।
नील,