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3 Oct 2024 · 1 min read

इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे।

इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे।
वक़्त मिन्नतें करता रहा गुज़ार मुझे।
चला मैं रूठ कर आवाज़ तक न दी उसने।
मैं दिल में चीख़ कर कहता रहा पुकार मुझे!

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