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29 Sep 2024 · 1 min read

आव रे चिरैया

बाबुल के अंगना में
आव रे चिरैया
सपना के गीत कवनो
गाव रे चिरैया…
(१)
दुअरा पर हमरा
बहुते भावेला
पीपरा के ठंढा
छांव रे चिरैया…
(२)
बरखा के पानी में
बहावल जाई
कागज के एगो
नाव रे चिरैया…
(३)
धीरे से उतर जो
मुंडेर पर हमरा
बादल पर रखके
पांव रे चिरैया…
#geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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