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29 Sep 2024 · 1 min read

अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति

अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति लाना है स्वयं आप वर्तमान में आ जाओगे और आंनदमय में आ जायेंगे।
– रविकेश झा

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