Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2024 · 1 min read

बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में

बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में
खुदा और खुदा के बंदों की
कुछ भी करते हैं तो
नागवार लगता है सबको

1 Like · 207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all

You may also like these posts

शबनम
शबनम
Mangu singh
*बच्चे-जैसे हम बनें, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
*बच्चे-जैसे हम बनें, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"पारंपरिक होली और भारतीय संस्कृति"
राकेश चौरसिया
दफन करके दर्द अपना,
दफन करके दर्द अपना,
Mamta Rani
दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
sushil sarna
कही हॉस्पिटलों में जीवन और मौत की जंग लड़ रहे है लोग।
कही हॉस्पिटलों में जीवन और मौत की जंग लड़ रहे है लोग।
Rj Anand Prajapati
आश्रित.......
आश्रित.......
Naushaba Suriya
हर जरूरी काम ढंग से होने चाहिए...
हर जरूरी काम ढंग से होने चाहिए...
Ajit Kumar "Karn"
यादें
यादें
विशाल शुक्ल
कितना सुहाना मौसम.
कितना सुहाना मौसम.
Heera S
जो लोग बलात्कार करते है
जो लोग बलात्कार करते है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
माँ तुम याद आती है
माँ तुम याद आती है
Pratibha Pandey
हम आगे ही देखते हैं
हम आगे ही देखते हैं
Santosh Shrivastava
सागर मचले पूर्णिमा , चाँद निहार चकोर ।
सागर मचले पूर्णिमा , चाँद निहार चकोर ।
Neelofar Khan
" जिन्दगी "
Dr. Kishan tandon kranti
अब वो मुलाकात कहाँ
अब वो मुलाकात कहाँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
भगवान् बुद्ध वेद विरोधी तथा नास्तिक नहीं थे (Lord Buddha was not anti-Veda or an Atheist)
भगवान् बुद्ध वेद विरोधी तथा नास्तिक नहीं थे (Lord Buddha was not anti-Veda or an Atheist)
Acharya Shilak Ram
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"दस्तूर-ए-हयात"
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
gurudeenverma198
कुछ-न-कुछ तो करना होगा
कुछ-न-कुछ तो करना होगा
कुमार अविनाश 'केसर'
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
Chaahat
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
अंसार एटवी
..
..
*प्रणय प्रभात*
"दोगलों की बस्ती"
ओसमणी साहू 'ओश'
#राष्ट्रीयसबहमारादिवस
#राष्ट्रीयसबहमारादिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
चाय सी महक आती है तेरी खट्टी मीठी बातों से,
चाय सी महक आती है तेरी खट्टी मीठी बातों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Life equations
Life equations
पूर्वार्थ
नव वर्ष मंगलमय हो
नव वर्ष मंगलमय हो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुद्ध और अंगुलिमान
बुद्ध और अंगुलिमान
अमित कुमार
Loading...