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22 Sep 2024 · 1 min read

हक़ीक़त से वाक़िफ़

हक़ीक़त से वाक़िफ़
या तुम बे’ ख़बर हो ,
नज़र में मेरी तुम
बहुत मो’ तबर हो।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

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