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16 Sep 2024 · 1 min read

” कलम “

” कलम ”
कभी मोहब्बत का पैगाम लिखती कलम,
कभी मौत का फरमान लिखती कलम।
कभी इंसानों के अरमान लिखती कलम,
कभी गुजारिश औ’ एहसान लिखती कलम।

2 Likes · 2 Comments · 109 Views
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