Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2024 · 1 min read

ज़िंदगी जीना सीख जाते हैं ,

ज़िंदगी जीना सीख जाते हैं ,
सीखने का जो शौक़ रखते हैं।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 187 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

किवाङ की ओट से
किवाङ की ओट से
Chitra Bisht
नेता जी
नेता जी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
3482.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3482.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
Keshav kishor Kumar
कभी भी खुली किताब मत बनो यार
कभी भी खुली किताब मत बनो यार
Vishal Prajapati
कठपुतली
कठपुतली
Heera S
Maybe the reason I'm no longer interested in being in love i
Maybe the reason I'm no longer interested in being in love i
पूर्वार्थ
बर्फ
बर्फ
Santosh kumar Miri
तकते थे हम चांद सितारे
तकते थे हम चांद सितारे
Suryakant Dwivedi
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पथ में
पथ में
surenderpal vaidya
प्रिय का संदेश
प्रिय का संदेश
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
(गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में) वेदों,उपनिषदों और श्रीमद्भगवद्गीता में 'ओम्' की अवधारणा (On the occasion of Geeta Jayanti Mahotsav) Concept of 'Om' in Vedas, Upanishads and Srimad Bhagavad Gita)
(गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में) वेदों,उपनिषदों और श्रीमद्भगवद्गीता में 'ओम्' की अवधारणा (On the occasion of Geeta Jayanti Mahotsav) Concept of 'Om' in Vedas, Upanishads and Srimad Bhagavad Gita)
Acharya Shilak Ram
तलाक इतने ज्यादा क्यों हो रहे हैं..? एक इंसान के साथ शादी के
तलाक इतने ज्यादा क्यों हो रहे हैं..? एक इंसान के साथ शादी के
पूर्वार्थ देव
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
घे वेध भविष्याचा ,
घे वेध भविष्याचा ,
Mr.Aksharjeet
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
परिवर्तन
परिवर्तन
महेश चन्द्र त्रिपाठी
राधे कृष्णा, राधे कृष्णा
राधे कृष्णा, राधे कृष्णा
Vibha Jain
उलझी रही नजरें नजरों से रात भर,
उलझी रही नजरें नजरों से रात भर,
sushil sarna
" इन्द्रधनुष "
Dr. Kishan tandon kranti
सुख भी बाँटा है
सुख भी बाँटा है
Shweta Soni
यही कहता है मेरा दिल
यही कहता है मेरा दिल
gurudeenverma198
ख़्वाहिश थी
ख़्वाहिश थी
हिमांशु Kulshrestha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
गुम हो जाते हैं साथ चलने वाले, क़दम भी कुछ ऐसे।
गुम हो जाते हैं साथ चलने वाले, क़दम भी कुछ ऐसे।
Manisha Manjari
धीरे _धीरे ही सही _ गर्मी बीत रही है ।
धीरे _धीरे ही सही _ गर्मी बीत रही है ।
Rajesh vyas
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
जब तुम
जब तुम
Dr.Priya Soni Khare
Loading...