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13 Sep 2024 · 1 min read

*साम्ब षट्पदी—*

साम्ब षट्पदी—
13/09/2024

(1)- प्रथम-तृतीय तथा चतुर्थ-षष्ठम तुकांत

अधिकारी।
बदलते रहे,
देख रहा अलमारी।।
फाइलें रही मुँह ताकती।
मामले प्रतीक्षारत है अब भी,
दिनांक इस बार क्या दिया है झाँकती

(2)- प्रथम-द्वितीय, तृतीय-चतुर्थ, पंचम-षष्ठम तुकांत

सरकारी।
अवकाश लिया,
किया यात्रा की तैयारी।।
देखना चला कूल्लू मनाली।
मुझे किसी से क्या लेना देना दोस्त,
खर्च करना है ऊपरी कमाई काली।।

(3)- द्वितीय-चतुर्थ तथा षष्ठम, प्रथम तुकांत

तरकारी।
फिर वही आज।
स्वाद फीके लगते है,
सड़े-गले जैसे हैं रिवाज।।
कब बदलेंगे स्वाद प्रतीक्षा है,
कब गा पाऊँगा प्रिय राग भटियारी।।

— डॉ. रामनाथ साहू “ननकी”
संस्थापक, छंदाचार्य
(बिलासा छंद महालय, छत्तीसगढ़)

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