मेरे साथ जब भी कोई घटना घटती है,
वह शख्स तमाम उम्र आईने बेचता रहा..
*स्मृति: रामपुर के वरिष्ठ कवि श्री उग्रसेन विनम्र जी के दो प
"सच्चा मनुष्य वह है जो सदाचार का पालन करते हुए निष्काम भाव
"I having the Consistency as
"मलाईदार विभागों की खुली मांग और बिना शर्त समर्थन के दावे...
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
अपनी डाली से मत बिछड़ना कभी
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नफ़रत भर गई है, रोम रोम नकारता।
कभी खामोश रहता है, कभी आवाज बनता है,
बस तुझे अब दुआओं में मांगा करते हैं
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'