सुनने की कला आपको स्वयं तक पहुंचा सकता है।
कहा किसी ने आ मिलो तो वक्त ही नही मिला।।
"हमें कहा मालूम था कि इश्क़ होता क्या है !
महसूस हमने किया है गुज़र के
* शब्दों की क्या औक़ात ? *
नेताओं एवं सरकारों के लिए कानून
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
परीक्षा काल
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं।
अपनी अपनी जगह तूं भी सही थी और मैं भी सही था!
लगे मुझको वो प्यारा जानता है
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति