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10 Sep 2024 · 1 min read

#मुक्तक-

#मुक्तक-
■ वजह तो हो…।।
【प्रणय प्रभात】
“दोस्ती पर यक़ीन भी कर लें,
रूह पे ज़ख़्म की जगह तो हो।
कहकहे हम लगा के मर जाएं,
मुस्कुराने की इक वजह तो हो।।”
😊😢😊😢😊😢😊😢😊

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