Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2024 · 1 min read

यदि आपका आज

यदि आपका आज
कल से बेहतर है
तो आप जीवन में
सफ़ल हैं
_ सोनम पुनीत दुबे

120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
View all

You may also like these posts

ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
बड़ी सुहानी सी लगे,
बड़ी सुहानी सी लगे,
sushil sarna
भटके नौजवानों से
भटके नौजवानों से
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
मुझे जगाने वाले अब तुम भी तो उठ जाओं।
मुझे जगाने वाले अब तुम भी तो उठ जाओं।
Madhu Gupta "अपराजिता"
तड़पन
तड़पन
Rambali Mishra
एक स्त्री का प्रेम प्रसाद की तरह होता है,
एक स्त्री का प्रेम प्रसाद की तरह होता है,
पूर्वार्थ
"चुनाव"
Dr. Kishan tandon kranti
मानव विध्वंसों की लीलायें
मानव विध्वंसों की लीलायें
DrLakshman Jha Parimal
शिकायत करें भी तो किससे करें हम ?
शिकायत करें भी तो किससे करें हम ?
Manju sagar
Attack नहीं Attract करो।
Attack नहीं Attract करो।
Rj Anand Prajapati
आजकल कुछ सुधार है प्यारे..?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे..?
पंकज परिंदा
एक ना एक दिन ये तमाशा होना ही था
एक ना एक दिन ये तमाशा होना ही था
shabina. Naaz
🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹
🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
कोरोना
कोरोना
Nitesh Shah
विकास
विकास
Shailendra Aseem
बाल दिवस
बाल दिवस
Dr Archana Gupta
3251.*पूर्णिका*
3251.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संग – संग
संग – संग
Dr.Priya Soni Khare
चाहे हम कभी साथ हों न हो,
चाहे हम कभी साथ हों न हो,
Jyoti Roshni
मुश्किल हालात हैं
मुश्किल हालात हैं
शेखर सिंह
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ಗೀಚಕಿ
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं।
जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
किस मिटटी के बने हो यार ?
किस मिटटी के बने हो यार ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
****बसंत आया****
****बसंत आया****
Kavita Chouhan
"जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना
आर.एस. 'प्रीतम'
"न कर छेड़खानी"
Dr. Mulla Adam Ali
रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)
रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)
Ravi Prakash
*सुप्रभातम*
*सुप्रभातम*
*प्रणय प्रभात*
Loading...