" सोहबत "
” सोहबत ”
दर्द की सोहबत में हम
अब तो जीना-मरना सीख गए,
साँसें टूटे कि यादें छूटे
सिवा इसके हकीकत कुछ नहीं।
” सोहबत ”
दर्द की सोहबत में हम
अब तो जीना-मरना सीख गए,
साँसें टूटे कि यादें छूटे
सिवा इसके हकीकत कुछ नहीं।