गीता के छन्द : श्लोकानुक्रम
जीवन यात्रा ध्येय लक्ष्य पड़ाव
तेरा मेरा खुदा अलग क्यों है
हम अपना जीवन अधिकतम बुद्धिमत्ता के साथ जीना चाहते हैं, इसका
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
क़दमों को जिसने चलना सिखाया, उसे अग्नि जो ग्रास बना गया।
आज हमें गाय माता को बचाने का प्रयास करना चाहिए
ये जो अशिक्षा है, अज्ञानता है,
क्या गिला क्या शिकायत होगी,
हो रही रस्में पुरानी क्यों नहीं कुछ लिख रहे हो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सृष्टि का कण - कण शिवमय है।