Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2024 · 1 min read

नीयत में पैमान मिलेगा।

नीयत में पैमान मिलेगा।
तो तुझको सम्मान मिलेगा।

क्या लाये जो खोया तुमने..?
आखिर में शमशान मिलेगा।

यूँ ही ब़ैर रखोगे मन में,
तो कैसे भगवान मिलेगा..?

मसले देरी से सुलझे ग़र,
हर रिस्ता क़ुर्बान मिलेगा।

खूं के बदले खूं माँगोगे,
तो खाली मैदान मिलेगा।

जो पुख़्ता बुनियाद करोगे,
सज़दे में तूफ़ान मिलेगा।

चार-आने हैं जेब में मेरे,
कब सस्ता सामान मिलेगा..?

मत बन झोलाछाप “परिंदे,”
पढ़ लिख कर ही ज्ञान मिलेगा।

पंकज शर्मा “परिंदा”🕊

1 Like · 2 Comments · 104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पंकज परिंदा
View all

You may also like these posts

वफ़ा
वफ़ा
shabina. Naaz
तो आपका प्रतिद्वंदी कौन है?
तो आपका प्रतिद्वंदी कौन है?
पूर्वार्थ देव
तेरे लिए
तेरे लिए
ललकार भारद्वाज
*बुरा न मानो, होली है*
*बुरा न मानो, होली है*
Rajesh Kumar Kaurav
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
उपन्यास
उपन्यास "बाप का डाटना" ( एक सबक )
JITESH BHARTI ( मतवाला कवि )
नन्ही भिखारन!
नन्ही भिखारन!
कविता झा ‘गीत’
4496.*पूर्णिका*
4496.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इन तूफानों का डर हमको कुछ भी नहीं
इन तूफानों का डर हमको कुछ भी नहीं
gurudeenverma198
"पायल"
Dr. Kishan tandon kranti
दुःख सुख
दुःख सुख
Dr.Priya Soni Khare
कंपीटेटिव एग्जाम: ज्ञान का भूलभुलैया
कंपीटेटिव एग्जाम: ज्ञान का भूलभुलैया
पूर्वार्थ
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
Abhishek Soni
पराया तो पराया ही होता है,
पराया तो पराया ही होता है,
Ajit Kumar "Karn"
*छपवाऍं पुस्तक स्वयं, खर्चा करिए आप (कुंडलिया )*
*छपवाऍं पुस्तक स्वयं, खर्चा करिए आप (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
মার্জিত প্রসাধনী ইতিহাস: সময়ের মাধ্যমে একটি যাত্রা
মার্জিত প্রসাধনী ইতিহাস: সময়ের মাধ্যমে একটি যাত্রা
Otteri Selvakumar
आकाश  से  व्यापक
आकाश से व्यापक
Acharya Shilak Ram
पैसा ,शिक्षा और नौकरी जो देना है दो ,
पैसा ,शिक्षा और नौकरी जो देना है दो ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रेम
प्रेम
विशाल शुक्ल
मैं तुमको जी भर प्यार करूँ,
मैं तुमको जी भर प्यार करूँ,
Shweta Soni
बेटीयांँ
बेटीयांँ
Mansi Kadam
*झूठ से लाभ*
*झूठ से लाभ*
Dushyant Kumar
- बीते हुए क्षण -
- बीते हुए क्षण -
bharat gehlot
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
#विशेष_दोहा-
#विशेष_दोहा-
*प्रणय प्रभात*
बुद्धिमानी केवल इसमें है,
बुद्धिमानी केवल इसमें है,
amankumar.it2006
की मैन की नहीं सुनी
की मैन की नहीं सुनी
Dhirendra Singh
नारी के मन की पुकार
नारी के मन की पुकार
Anamika Tiwari 'annpurna '
बुन्देली दोहा - बिषय-चपेटा
बुन्देली दोहा - बिषय-चपेटा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#futuretechinnovative
#futuretechinnovative
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...