Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2024 · 1 min read

तुम जो भी कर रहे हो….

तुम जो भी कर रहे हो….
वो इक साक्ष्य बन जाएगा!
दुनिया हमेशा हमेशा के लिए…
ये सारी बातें याद रखेगा!!
…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 299 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

क्या ये किसी कलंक से कम है
क्या ये किसी कलंक से कम है
Dr.Pratibha Prakash
कहानी-कत्थई गुलाब (पहलाअंश)
कहानी-कत्थई गुलाब (पहलाअंश)
Shweta Soni
बुंदेली हास्य मुकरियां
बुंदेली हास्य मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
दीपक बवेजा सरल
मैं दीपक बनकर जलता हूं
मैं दीपक बनकर जलता हूं
Manoj Shrivastava
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
लवकुश यादव "अज़ल"
ताप संताप के दोहे. . . .
ताप संताप के दोहे. . . .
sushil sarna
हे सूरज देवा
हे सूरज देवा
Pratibha Pandey
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
रवींद्र नाथ टैगोर
रवींद्र नाथ टैगोर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
4507.*पूर्णिका*
4507.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खो गए वो दिन पुराने
खो गए वो दिन पुराने
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
करना सीखो
करना सीखो
manorath maharaj
इंसानियत का वजूद
इंसानियत का वजूद
Shyam Sundar Subramanian
*पथ संघर्ष*
*पथ संघर्ष*
Shashank Mishra
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये खत काश मेरी खामोशियां बयां कर पाती,
ये खत काश मेरी खामोशियां बयां कर पाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
DrLakshman Jha Parimal
अंतर्मन
अंतर्मन
Shashi Mahajan
*दिल चाहता है*
*दिल चाहता है*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जुबां
जुबां
Sanjay ' शून्य'
हनुमान अष्टक
हनुमान अष्टक
Rajesh Kumar Kaurav
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
इन हसीन वादियों में _ गुजर गए कितने ही साल ।
इन हसीन वादियों में _ गुजर गए कितने ही साल ।
Rajesh vyas
The Mountains high
The Mountains high
Buddha Prakash
गीता केवल ग्रंथ नही
गीता केवल ग्रंथ नही
dr rajmati Surana
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
मैं न्यूज़ वाला बुढ़वा, मैं न्यूज़ वाला बुढ़वा
मैं न्यूज़ वाला बुढ़वा, मैं न्यूज़ वाला बुढ़वा
Babiya khatoon
" हालात "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...