Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2024 · 1 min read

पसीना पानी देता मुझको,

पसीना पानी देता मुझको,
आशा लेती आहुति है ।
संघर्ष भरा जीवन मेरा,
हर क्षण एक चुनौती है ।।

113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from TAMANNA BILASPURI
View all

You may also like these posts

अरे मेघ! मेरे दूत बन जाओ
अरे मेघ! मेरे दूत बन जाओ
सोनू हंस
इबादत आपकी
इबादत आपकी
Dr fauzia Naseem shad
Aisa Pyar De Paogi Kya......
Aisa Pyar De Paogi Kya......
Rahul Singh
नहीं समझता पुत्र पिता माता की अपने पीर जमाना बदल गया है।
नहीं समझता पुत्र पिता माता की अपने पीर जमाना बदल गया है।
सत्य कुमार प्रेमी
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
पूर्वार्थ
बेजुबान तस्वीर
बेजुबान तस्वीर
Neelam Sharma
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
sudhir kumar
आधार छंद - लहर
आधार छंद - लहर
Sudhir srivastava
17. *मायका*
17. *मायका*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
अपने घर खाने को मिले चाहे सिर्फ नमक के साथ रोटी भी ,
अपने घर खाने को मिले चाहे सिर्फ नमक के साथ रोटी भी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"मैं और मेरी मौत"
Pushpraj Anant
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
सीता स्वयंवर (सखी वार्ता)
सीता स्वयंवर (सखी वार्ता)
guru saxena
मिलन स्थल
मिलन स्थल
Meenakshi Madhur
"" *इबादत ए पत्थर* ""
सुनीलानंद महंत
*मकान (बाल कविता)*
*मकान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Black board is fine.
Black board is fine.
Neeraj Kumar Agarwal
शादी और साली
शादी और साली
ललकार भारद्वाज
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
....एक झलक....
....एक झलक....
Naushaba Suriya
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
Ajit Kumar "Karn"
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
Kanchan Gupta
4881.*पूर्णिका*
4881.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कानून अंधा है
कानून अंधा है
Indu Singh
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय प्रभात*
पत्थर के फूल
पत्थर के फूल
Dr. Kishan tandon kranti
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
मेरे अंतस मे बह गए
मेरे अंतस मे बह गए
Meenakshi Bhatnagar
कोई...💔
कोई...💔
Srishty Bansal
तेरी सारी बलाएं मैं अपने सर लेंलूं
तेरी सारी बलाएं मैं अपने सर लेंलूं
Rekha khichi
Loading...