किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मायड़ भासा मोवणी, काळजियै री कोर।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
वो ठहरे गणित के विद्यार्थी
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
पं. टोटकेश्वर (टोने वाले) को इत्ती सी अक़्क़ल तो होनी चाहिए कि
"किसान का दर्द"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हिन्दी भारत का उजियारा है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
इस जीवन के मधुर क्षणों का