Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2024 · 1 min read

वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल

वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो,
थोड़ा बिखरा थोड़ा टूटा कुछ तो सपने आसान लिखो।
मालूम नही दिल की धड़कन को दिल की परेशानी,
समझ में आए प्रीत प्रेम की कुछ यादों के नाम लिखो।।

उलझे गीतों पर भी तो थोड़ा सा ही सम्मान लिखो,
पतझड़ के मौसम में टूट रहें है जैसे शाखों से पत्ते।
इस पतझड़ पे एक छंद प्रिय महबूबा के नाम लिखो,
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो।।

कितनी हुई तपस्या कितनी बढ़ा दर्द दिल का,
मेरी जान कुछ ऐसी गजलों की शाम लिखो।
चाहत का दरिया भर जाए ऐसा प्रेम परवान लिखो,
थोड़ा बिखरा थोड़ा टूटा कुछ तो सपने आसान लिखो।।

अजल प्रेम के पन्नो पर उस प्रीत का नाम लिखो,
जिगर को छल्ले में बांध आंखो से जी आन करो।
इस पतझड़ पे एक छंद प्रिय महबूबा के नाम लिखो,
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो।।

लवकुश_यादव_अजल
अमेठी, उत्तर प्रदेश

392 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्रार्थना सदा कुछ माँगने के लिए नहीं, अपितु ईश्वर ने जो कुछ
प्रार्थना सदा कुछ माँगने के लिए नहीं, अपितु ईश्वर ने जो कुछ
ललकार भारद्वाज
28. बेघर
28. बेघर
Rajeev Dutta
"सिलसिला"
Dr. Kishan tandon kranti
*भीतर के राज आजकल गाती कचहरी (हिंदी गजल)*
*भीतर के राज आजकल गाती कचहरी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
“बधाई हो बधाई सालगिरह”
“बधाई हो बधाई सालगिरह”
DrLakshman Jha Parimal
सब्र का फल
सब्र का फल
Bodhisatva kastooriya
देश की संस्कृति और सभ्यता की ,
देश की संस्कृति और सभ्यता की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सफर या रास्ता
सफर या रास्ता
Manju Singh
स्टिल् यौर्स ❤❤
स्टिल् यौर्स ❤❤
शिवम "सहज"
कल को याद, भविष्य की बात
कल को याद, भविष्य की बात
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
ज़िंदगी में एक वक़्त ऐसा भी आता है
ज़िंदगी में एक वक़्त ऐसा भी आता है
पूर्वार्थ देव
प्रेमामृतम
प्रेमामृतम
Rambali Mishra
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
तन्हाई
तन्हाई
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
4260.💐 *पूर्णिका* 💐
4260.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
फूल चुन रही है
फूल चुन रही है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
आज पशु- पक्षी कीमती
आज पशु- पक्षी कीमती
Meera Thakur
नींव की ईंट
नींव की ईंट
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
🍁अंहकार🍁
🍁अंहकार🍁
Dr. Vaishali Verma
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
टूट गई बेड़ियाँ
टूट गई बेड़ियाँ
Kavita Chouhan
*तजुर्बा*
*तजुर्बा*
Pallavi Mishra
मां तुम बहुत याद आती हो
मां तुम बहुत याद आती हो
Mukesh Kumar Sonkar
सुरत सरताज
सुरत सरताज
Sonu sugandh
'चाह'
'चाह'
Godambari Negi
नाजुक रिश्ता स्वार्थ का,चले न ज्यादा दूर
नाजुक रिश्ता स्वार्थ का,चले न ज्यादा दूर
RAMESH SHARMA
मतदान जागरूकता
मतदान जागरूकता
Ghanshyam Poddar
बेटी हूँ माँ तेरी
बेटी हूँ माँ तेरी
Deepesh purohit
वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
सब कुछ मिले संभव नहीं
सब कुछ मिले संभव नहीं
Dr. Rajeev Jain
Loading...