Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2024 · 1 min read

आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,

आओ बच्चों तुम्हे बताएं, बातें हिन्दुस्तान की,
इस मिट्टी में खुशबू भरी है,अपने आम इंसान की,
बन्दे मातरम् बन्दे मातरम्!
आओ बच्चों तुम्हे बताएं बातें दुनिया जहान की ,
कान लगा कर इसे जान लो,बातें हैं ये काम की,
बन्दे मातरम् बन्दे मातरम्!
शिक्षा है बहुत जरूरी बिन शिक्षा नहीं सम्मान है,
कदम कदम पर होती उपेक्षा हो जाता अपमान है,
बन्दे मातरम् बन्दे मातरम्!
आओ बच्चों तुम्हे समझाएं बातें मान अपमान की,
ऊंच नीच की है समस्या, छुआछूत के पहचान की,
भेदभाव का है प्रचलन, हिकारत हिन्दू मुस्लमान की,
बन्दे मातरम् बन्दे मातरम्!
आओ बच्चों तुम्हे सिखाएं,सभ्यताएं हिन्दुस्तान की,
प्रेम सद्भावना, प्यार मोहब्बत, समर्पण भरे इंसान की,
बन्दे मातरम्, बन्दे मातरम्,

विविध जातियां,अनेक धर्म हैं, बोली भाषा भी अलग अलगहैं,
खान पान हैं विविध विविध ,और रहन सहन के अभिमान की,
अमीर गरीब की यहां जमात है, झगडे टंटे आम बात है,
देश जहांन पर मर मिटने वालों की,अमर अमिट यहां पहचान है,
देशभक्ति पर एक जुट हो जाने की,देश की माटी में मिल जाने की, अपनी अमर पहचान है!
बन्दे मातरम् बन्दे मातरम्!
इस देश की माटी की खुशबू में,भक्ति भाव की अलग पहचान है,
कण कण में बसते हैं ईश्वर,हर एक की अनुभूति में भगवान हैं!
आओ बच्चों तुम्हे जताएं, महता हिन्दुस्तान की,
इस मिट्टी में मिल कर देखो, यह धरती है बलिदान की,
बन्दे मातरम् बन्दे मातरम्!

121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jaikrishan Uniyal
View all

You may also like these posts

स्वयं मार्ग अपना चुनें
स्वयं मार्ग अपना चुनें
indu parashar
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जिन्हें सिखाया तैरना, दरिया में हर बार
जिन्हें सिखाया तैरना, दरिया में हर बार
RAMESH SHARMA
■ दोहात्मक मंगलकामनाएं।
■ दोहात्मक मंगलकामनाएं।
*प्रणय*
सदविचार
सदविचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नैनो में सलोने सपन भी ख़ूब जगाते हैं,
नैनो में सलोने सपन भी ख़ूब जगाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
VEDANTA PATEL
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
Buddha Prakash
गुरु चरणों की धूल
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पदावली
पदावली
seema sharma
बचपन की यादें
बचपन की यादें
Kanchan Advaita
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
बेटियां
बेटियां
पूर्वार्थ
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
True love
True love
Bhawana ranga
नव वर्ष अभिलाषा
नव वर्ष अभिलाषा
Lokesh kochle aka Lankesh
मैं  गुल  बना  गुलशन  बना  गुलफाम   बना
मैं गुल बना गुलशन बना गुलफाम बना
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2786. *पूर्णिका*
2786. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम नहीं आए...
तुम नहीं आए...
Meera Thakur
" हम तो हारे बैठे हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
DrLakshman Jha Parimal
मुखोटा
मुखोटा
MUSKAAN YADAV
अपने
अपने
Suraj Mehra
अधूरी प्रीत से....
अधूरी प्रीत से....
sushil sarna
आजकल अकेले में बैठकर रोना पड़ रहा है
आजकल अकेले में बैठकर रोना पड़ रहा है
Keshav kishor Kumar
चंचल मेरे ये अक्स है
चंचल मेरे ये अक्स है
MEENU SHARMA
मेरा नजरिया
मेरा नजरिया
Chitra Bisht
भारत अपना देश
भारत अपना देश
प्रदीप कुमार गुप्ता
*दो दिन का जीवन रहा, दो दिन का संयोग (कुंडलिया)*
*दो दिन का जीवन रहा, दो दिन का संयोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...