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13 Aug 2024 · 1 min read

गीत (4)

नाचण दे नाचण दे मनै गुरु चरणन मे नाचण दे।
पा लैण दे पा लैण दे सत्गुरु से रहमत पा लैण दे।
नाचण मे के दोष बतादे, नाचे दुनिया सारी।
अपने गुरु पै सदकै जाऊँ, आज खुशी मन भारी।
नाचण दे नाचण दे मनै गुरु चरणन मे नाचण दे।१।
तीन लोक से न्यारी खुशियाँ आज मेरे घर आयी।
सेवा दल और साध संगत सब दे रहे खड़े बधाई।।
नाचण दे नाचण दे मनै गुरु चरणन मे नाचण दे।२।
गुरु चरणों से आशीषों की, झोली भर के आयी।
गद्दी वाले महापुरुषों ने ,घर घर में बरसायी।।
नाचण दे नाचण दे मनै गुरु चरणन मे नाचण दे। ३।
बेटा बेटी नाती पोते सब, आंगन मे खेलें।
मंगू को क्या हुआ साधुओं, हर‌पलखुशियो मे खेलें।
मेरे जीवन में इतनी भरदी, घर आंगन नही समाई।। ४।। नाचण दे नाचण दे मनै गुरु चरणन मे नाचण दे।

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