Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2024 · 1 min read

गीत- उड़ाओ प्यार के बादल…

उड़ाओ प्यार के बादल खिलाओ धूप चाहत की।
मिलेगी ज़िन्दगी तुमको खिले गुल शौक़ राहत की।।

उड़ेगी बद ग़मों की धूल ये ठोकर लगाओ तुम।
मिलेगी राह ज़न्नत की हँसों सबको हँसाओ तुम।
बनेगी सुब्ह सी हर रात चाहत से अदावत की।
मिलेगी ज़िन्दगी तुमको खिले गुल शौक़ राहत की।।

कभी कमज़ोर बनके तू भुला देना नहीं मुझको।
मुहब्बत कर मुहब्बत से सिला देना यही मुझको।
खुलेगी हर परत उलझी यहाँ मेहनत से सिलवट की।
मिलेगी ज़िन्दगी तुमको खिले ग़ुल शौक़ राहत की।।

मुझे मेरा तुझे तेरा बुरा पल जब लगे भूला।
तभी दोनों सनम हमतुम ये झूलें प्रेम का झूला।
मिलेगी तब बड़ी पहचान ‘प्रीतम’ दाद इशरत की।
मिलेगी ज़िन्दगी तुमको खिले गुल शौक़ राहत की।।

आर. एस. ‘प्रीतम’
शब्दार्थ- अदावत- शत्रुता, इशरत- कामयाबी/भोग विलास

Language: Hindi
1 Like · 137 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

कितना   भी   कर   लो   जतन
कितना भी कर लो जतन
Paras Nath Jha
" पहचान "
Dr. Kishan tandon kranti
4129.💐 *पूर्णिका* 💐
4129.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पदावली
पदावली
seema sharma
देर तक शाख़ पर नहीं ठहरे
देर तक शाख़ पर नहीं ठहरे
Shweta Soni
अदावत
अदावत
Satish Srijan
संस्कृति / मुसाफ़िर बैठा
संस्कृति / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
मेरे मौन का मान कीजिए महोदय,
मेरे मौन का मान कीजिए महोदय,
शेखर सिंह
पेड़
पेड़
MUSKAAN YADAV
मन मेरा गाँव गाँव न होना मुझे शहर
मन मेरा गाँव गाँव न होना मुझे शहर
Rekha Drolia
।।रंगों की बौछार।।
।।रंगों की बौछार।।
Brandavan Bairagi
“दाग़”
“दाग़”
ओसमणी साहू 'ओश'
दोहा मुक्तक
दोहा मुक्तक
Sudhir srivastava
If he could do it, so can you.
If he could do it, so can you.
पूर्वार्थ
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
सच की मौत
सच की मौत
संजीवनी गुप्ता
निर्दोष कौन ?
निर्दोष कौन ?
Dhirendra Singh
I Became Forever Addicted.
I Became Forever Addicted.
Manisha Manjari
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
Ajit Kumar "Karn"
मन वाणी और कर्म से मैं, राष्ट्र के हित में काम करूंगा
मन वाणी और कर्म से मैं, राष्ट्र के हित में काम करूंगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मन की संवेदना: अंतर्मन की व्यथा
मन की संवेदना: अंतर्मन की व्यथा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शेर
शेर
Abhishek Soni
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
Dr Archana Gupta
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
भारत में गरीबी का यह आलम है कि एक गरीब आदमी अपना सही ढंग से
भारत में गरीबी का यह आलम है कि एक गरीब आदमी अपना सही ढंग से
Rj Anand Prajapati
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में
बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में
VINOD CHAUHAN
श्री गणेश
श्री गणेश
विशाल शुक्ल
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
*ठाकुरद्वारा मंदिर/पंडित मुनीश्वर दत्त मंदिर में दर्शनों का
*ठाकुरद्वारा मंदिर/पंडित मुनीश्वर दत्त मंदिर में दर्शनों का
Ravi Prakash
Loading...