Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2024 · 1 min read

#हे_कृष्णे! #कृपाण_सम्हालो, #कृष्ण_नहीं_आने_वाले।

#हे_कृष्णे! #कृपाण_सम्हालो, #कृष्ण_नहीं_आने_वाले।
______________________________________________
बेटी को पढ़ाओ साथ में निज की सुरक्षा करना सिखाओ….ताकि हमारी बहन – बेटियों के साथ कुछ अप्रत्याशित न घटे।
______________________________________________
हे कृष्णे! कृपाण सम्हालो, कृष्ण नहीं आने वाले।

रण चण्डी तू काली बनकर,
अतिचारी का नाश करो।
रक्तपान का समय है सम्मुख,
देखो मत उपवास करो।
अब इनकी कुण्डली खंगालो,
कृष्ण नहीं आने वाले।

हे कृष्णे! कृपाण सम्हालो, कृष्ण नहीं आने वाले।।

रण कौशल का देकर परिचय,
जो जैसा व्यवहार करो।
बहुत हो चुका अबला अबला,
सबला बन संहार करो।
निज से निज की लाज बचा लो,
कृष्ण नहीं आने वाले।

हे कृष्णे! कृपाण सम्हालो, कृष्ण नहीं आने वाले।।

अंग्रेजों को धूल चटाया,
बनकर झांसी की रानी।
जब भी शस्त्र उठाया तुमने,
विधर्मी मांगे पानी।
समय वही अब शस्त्र उठा लो,
कृष्ण नहीं आने वाले।

हे कृष्णे! कृपाण सम्हालो, कृष्ण नहीं आने वाले।।

व्यथित हृदय अन्तर्मन घायल,
कैसे चीर दिखायें हम।
सहनशीलता चरम बिन्दु पर,
क्यों कर धीर दिखायें हम।
चलो क्रांति के गीत ही गालो,
कृष्ण नहीं आने वाले।

हे कृष्णे! कृपाण सम्हालो, कृष्ण नहीं आने वाले।।

दूराचार के अनल में बोलो,
कबतक यूं जलना होगा?
भीष्म प्रतिज्ञा सा प्रण लें लो,
आज इन्हें ढलना होगा।
क्रोध अगन में इन्हें उबालो,
कृष्ण नहीं आने वाले।

हे कृष्णे! कृपाण सम्हालो, कृष्ण नहीं आने वाले।।

✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 145 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all

You may also like these posts

2) “काग़ज़ की कश्ती”
2) “काग़ज़ की कश्ती”
Sapna Arora
जटिलताओं के आगे झुकना
जटिलताओं के आगे झुकना
VINOD CHAUHAN
यकीं तुमने मोहब्बत पर जो दिल से किया होता
यकीं तुमने मोहब्बत पर जो दिल से किया होता
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
Aaj 16 August ko likhane ka Ehsas Hua bite 2021 22 23 mein j
Aaj 16 August ko likhane ka Ehsas Hua bite 2021 22 23 mein j
Rituraj shivem verma
सिलसिले..वक्त के भी बदल जाएंगे पहले तुम तो बदलो
सिलसिले..वक्त के भी बदल जाएंगे पहले तुम तो बदलो
पूर्वार्थ
माया के मधुपाश
माया के मधुपाश
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
गीत- लगें कड़वी मगर बातें...
गीत- लगें कड़वी मगर बातें...
आर.एस. 'प्रीतम'
कही अनकही
कही अनकही
Deepesh Dwivedi
अच्छों की संगति करिए
अच्छों की संगति करिए
अवध किशोर 'अवधू'
तुम सही थीं या मैं गलत,
तुम सही थीं या मैं गलत,
Lohit Tamta
" बेशुमार दौलत "
Chunnu Lal Gupta
फूल बिछाना चाहता हूं हर-सम्त उसकी राहों में,
फूल बिछाना चाहता हूं हर-सम्त उसकी राहों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिक्षक का सच्चा धर्म
शिक्षक का सच्चा धर्म
Dhananjay Kumar
तू याद कर
तू याद कर
Shekhar Chandra Mitra
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस
महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस
Anop Bhambu
'प्रभात वर्णन'
'प्रभात वर्णन'
Godambari Negi
आभास (वर्ण पिरामिड )
आभास (वर्ण पिरामिड )
sushil sarna
" कसम "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हारे इल्म से भी पेशतर बहुत कुछ हूँ
तुम्हारे इल्म से भी पेशतर बहुत कुछ हूँ
Shweta Soni
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जनहरण घनाक्षरी
जनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
गुल के बिना गुलशन कभी महका ना सकोगे। पत्थर को किसी मोम सा पिघला ना सकोगे। रूठ कर जाना तुम्हें आसान है लेकिन। दावा है मुझे छोड़कर तुम जा न सकोगे।
गुल के बिना गुलशन कभी महका ना सकोगे। पत्थर को किसी मोम सा पिघला ना सकोगे। रूठ कर जाना तुम्हें आसान है लेकिन। दावा है मुझे छोड़कर तुम जा न सकोगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सोना ठीक है क्या
सोना ठीक है क्या
Ashwani Kumar
2999.*पूर्णिका*
2999.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
दीपक बवेजा सरल
बेचो बेचो सबकुछ बेचो
बेचो बेचो सबकुछ बेचो
Abasaheb Sarjerao Mhaske
हालात से लड़ सकूं
हालात से लड़ सकूं
Chitra Bisht
भटके नौजवानों से
भटके नौजवानों से
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
Loading...