Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2024 · 1 min read

मरूधर रा बाशिंदा हा

म्है मरुधर रा बाशिंदा हा भाई
चाहें परिस्थितियां कैडी भी होवै।
पण म्हारे चेहरे री मुलकांण कदै ओछी नी होवै।
अर म्हारी हो मुलकांण दिखावटी नी हैं
बस म्हे हर छोटी-छोटी बातां मे ही
आंपणी खुशियां खोज लैवां हा।
म्हारे अठै कोई छोटा-मोटा रो भेद कोनी
जो मन मे आवै मूंडा माथै केह दैवां हा।

© जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️

Language: Rajasthani
121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

स्नेह
स्नेह
Shashi Mahajan
"लोग"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे जीवन में मंद - मंद पवन की तरह आई हो तुम
मेरे जीवन में मंद - मंद पवन की तरह आई हो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमें अलग हो जाना चाहिए
हमें अलग हो जाना चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
मां
मां
Sanjay ' शून्य'
जब साँसों का देह से,
जब साँसों का देह से,
sushil sarna
रिश्तों के जज्बात
रिश्तों के जज्बात
Sudhir srivastava
कवि प्रकृति के विपरीत है...!
कवि प्रकृति के विपरीत है...!
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)*
*नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कितनी सुरक्षित महिलाओं के हाथों में बागडोर ?
कितनी सुरक्षित महिलाओं के हाथों में बागडोर ?
विशाल शुक्ल
इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
/•• ख़ुबसूरत ज़हर ••/
/•• ख़ुबसूरत ज़हर ••/
Chunnu Lal Gupta
If you think you are too small to make a difference, try sle
If you think you are too small to make a difference, try sle
पूर्वार्थ
- मेरे अल्फाजो की दुनिया में -
- मेरे अल्फाजो की दुनिया में -
bharat gehlot
कहाँ गए वो दिन
कहाँ गए वो दिन
Meera Thakur
मुस्कुराने की कोई वज़ह ढूँढना होगी !
मुस्कुराने की कोई वज़ह ढूँढना होगी !
Shyam Sundar Subramanian
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
*Flashback*
*Flashback*
Veneeta Narula
बिछोह
बिछोह
Lalni Bhardwaj
मरूधर रा बाशिंदा हा
मरूधर रा बाशिंदा हा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
3596.💐 *पूर्णिका* 💐
3596.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तुम वह दिल नहीं हो, जिससे हम प्यार करें
तुम वह दिल नहीं हो, जिससे हम प्यार करें
gurudeenverma198
मेरे चॉक्लेट के घोल में मिले तुम
मेरे चॉक्लेट के घोल में मिले तुम
Babiya khatoon
जब बच्चे थे तो ऐसा लगता था
जब बच्चे थे तो ऐसा लगता था
ruchi sharma
आदमी और जीवन
आदमी और जीवन
RAMESH Kumar
कई बार हमें वही लोग पसंद आते है,
कई बार हमें वही लोग पसंद आते है,
Ravi Betulwala
यथार्थ से दूर का नाता
यथार्थ से दूर का नाता
Dr MusafiR BaithA
#शुभ_रात्रि
#शुभ_रात्रि
*प्रणय प्रभात*
Loading...