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4 Aug 2024 · 1 min read

वफ़ा

वफ़ा
हर साल पतझड़ के बाद
नए पत्ते आ जाते हैं,
वफ़ा की उम्मीद आखिर
किस शाख से की जाए।

✍️लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’

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