Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2024 · 1 min read

कुछ पन्ने मेरी जिंदगी के…। पेज न.2000

2024 से मेरी तबियत ठीक नहीं है।जुलाई से तो ज्यादा खराब है। मन के पीड़ाएं हैं जो तन की भी ताकत छीन लेती हैं।
मन के आसमान पर बहुत गहरी उदासी छाई है जो मन-आसमां का ठहरा हुआ और न बदलने रूप बन जाती है।
कुछ भी अच्छा नहीं लगता। भोजन की भी इच्छा नहीं होती। तनाव और दुःख, मस्तिष्क में चलायमान रहते हैं।
एक लेखन ही है जो जिंदा होने का अहसास देता है नहीं तो जिंदगी का पता ही नहीं चलता।

प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक
द्वारका मोड़,नई दिल्ली-78

1 Like · 161 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Priya princess panwar
View all

You may also like these posts

शीर्षक - दीपावली
शीर्षक - दीपावली
Neeraj Kumar Agarwal
जियो जी भर के,
जियो जी भर के,
Sunny kumar kabira
बहुत कम लोग जीवन में एक अदद ऐसे इंसान को ढूँढ पाते हैं, जो उ
बहुत कम लोग जीवन में एक अदद ऐसे इंसान को ढूँढ पाते हैं, जो उ
पूर्वार्थ देव
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
शेखर सिंह
आधी सी अधूरी सी मैं
आधी सी अधूरी सी मैं
अर्चना मुकेश मेहता
*अहम ब्रह्मास्मि*
*अहम ब्रह्मास्मि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग्यारह होना
ग्यारह होना
Pankaj Bindas
वादे करके शपथें खा के
वादे करके शपथें खा के
Dhirendra Singh
सोच
सोच
Sûrëkhâ
फल की इच्छा रखने फूल नहीं तोड़ा करते.
फल की इच्छा रखने फूल नहीं तोड़ा करते.
Piyush Goel
जीवन का संगीत
जीवन का संगीत
Sagar Yadav Zakhmi
#मूल_दोहा-
#मूल_दोहा-
*प्रणय प्रभात*
क्या ?
क्या ?
Dinesh Kumar Gangwar
*अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए (गीत)*
*अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए (गीत)*
Ravi Prakash
"मुश्किलें मेरे घर मेहमानी पर आती हैं ll
पूर्वार्थ
मे अपने पर आऊ तो कुछ भी कर सकता हु -
मे अपने पर आऊ तो कुछ भी कर सकता हु -
bharat gehlot
मुसम्मम इरादा कीजिए
मुसम्मम इरादा कीजिए
मनोज कर्ण
इस ज़माने में, ऐसे भी लोग हमने देखे हैं।
इस ज़माने में, ऐसे भी लोग हमने देखे हैं।
श्याम सांवरा
4618.*पूर्णिका*
4618.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कल तलक
कल तलक
Santosh Shrivastava
तुझसे लिपटी बेड़ियां
तुझसे लिपटी बेड़ियां
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
" सनद "
Dr. Kishan tandon kranti
विषय-राम मंदिर।
विषय-राम मंदिर।
Priya princess panwar
पांव में
पांव में
surenderpal vaidya
स्त्रियां मुखालिफ(दुश्मन) होती हैं..
स्त्रियां मुखालिफ(दुश्मन) होती हैं..
पं अंजू पांडेय अश्रु
ज़िंदगी के सौदागर
ज़िंदगी के सौदागर
Shyam Sundar Subramanian
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
दीपक बवेजा सरल
आपसा हम जो
आपसा हम जो
Dr fauzia Naseem shad
भोग पिपासा बढ़ गई,
भोग पिपासा बढ़ गई,
sushil sarna
युद्ध नहीं अब शांति चाहिए
युद्ध नहीं अब शांति चाहिए
लक्ष्मी सिंह
Loading...