बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
उनकी निष्ठा पर कभी, करना नहीं सवाल
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
तप्त हृदय को , सरस स्नेह से ,
"मां के यादों की लहर"
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
'नायाब' कार्रवाई से मिटेगी संगीत की गंदगी
जिंदगी की कहानी लिखने में
You learn when to read between the lines of true friendship
एक तरफ
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD