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2 Aug 2024 · 1 min read

कितनी उम्मीदें

ज़िन्दगी भी परेशां हो जाएं,
कितनी उम्मीदें दिल में पलती हैं।

डॉ० फ़ौज़िया नसीम ‘शाद’

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 136 Views
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