हमारे बुजुर्गो की वैज्ञानिक सोच
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है
हर रोज़ यहां से जो फेंकता है वहां तक।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
गिरिधारी छंद विधान (सउदाहरण )
बहारों का मौसम सज़ा दिजिए ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
इन दिनों कुछ समझ में नहीं आ रहा है जिंदगी मुझे कहा ले जा रही
प्रिय तुझसे मैं प्यार करूँ ...
चिंतन का विषय अशिक्षा की पीड़ा,, बेटा बचाओ
ओ बजरंगी हनुमान मेरी सुन लो करुण पुकार रचनाकार :अरविंद भारद्वाज