Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2024 · 1 min read

चलो चलो शिव के दरबार

(शेर)- किसका नहीं किया है कल्याण, बोलो भोलेनाथ ने।
सावन के महीने में हमको, बुलाया है भोलेनाथ ने।।
———————————————————-
चलो चलो, शिव के दरबार।
करते हुए यह, जय जयकार।।
हर हर शम्भू , जय शिव शम्भू।—(2)
चलो चलो———————-।।

इस सृष्टि का, स्रोत है शंकर।
सबके उद्धारक है, शिव शंकर।।
कावड़ उठा, चल शिव दरबार।
करते हुए यह, जय जयकार।।
हर हर शम्भू , जय शिव शम्भू।—(2)
चलो चलो———————-।।

नंदी पे सवार है, पशुपतिनाथ।
स्वंय में परिपूर्ण है, भोलेनाथ।।
सावन में सखी, चल शिव दरबार।
करते हुए यह, जय जयकार।।
हर हर शम्भू , जय शिव शम्भू।—(2)
चलो चलो———————-।।

पीकर विष, नीलकंठ कहलाये।
मंगलमय, यह शिव कहलाये।।
इसीलिए शिव को, पूजे संसार।
करते हुए यह, जय जयकार।।
हर हर शम्भू , जय शिव शम्भू।—(2)
चलो चलो———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी से थकान
जिंदगी से थकान
ओनिका सेतिया 'अनु '
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
सिर्फ तुम्हारे हो जाएँ
सिर्फ तुम्हारे हो जाएँ
Sagar Yadav Zakhmi
हर किरदार में सफल है नारी
हर किरदार में सफल है नारी
नूरफातिमा खातून नूरी
ख्वाईश
ख्वाईश
Mansi Kadam
"वो आईना"
Dr. Kishan tandon kranti
नैनों के अभिसार ने,
नैनों के अभिसार ने,
sushil sarna
इंतज़ार जरूरी है
इंतज़ार जरूरी है
Surinder blackpen
- तेरे बाद में कुछ भी नही हु -
- तेरे बाद में कुछ भी नही हु -
bharat gehlot
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
बेखुदी में तुमसे
बेखुदी में तुमसे
हिमांशु Kulshrestha
यादों के झरोखे से
यादों के झरोखे से
Usha Gupta
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
Phool gufran
जिंदगी ने एक बात बहुत अच्छी तरह सिखा दी है
जिंदगी ने एक बात बहुत अच्छी तरह सिखा दी है
Ishwar
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3942.💐 *पूर्णिका* 💐
3942.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुलाकात
मुलाकात
Ruchi Sharma
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
"मुश्किल हो गया"
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
शीर्षक – सावन आया है
शीर्षक – सावन आया है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
मत्तागयन्द/मालती छंद
मत्तागयन्द/मालती छंद
Dr Archana Gupta
दिल की हसरत
दिल की हसरत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जाने क्या हो गया बस एक ही मुलाकात में
जाने क्या हो गया बस एक ही मुलाकात में
Jyoti Roshni
मरना क्यों?
मरना क्यों?
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तारा टूटा
तारा टूटा
मनोज कर्ण
*जिंदगी*
*जिंदगी*
नेताम आर सी
देवी स्तुति द्वितीय अंक * 2*
देवी स्तुति द्वितीय अंक * 2*
मधुसूदन गौतम
THE SUN
THE SUN
SURYA PRAKASH SHARMA
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Kumar Agarwal
Loading...