Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2024 · 1 min read

“तुम्हें कितना मैं चाहूँ , यह कैसे मैं बताऊँ ,

“तुम्हें कितना मैं चाहूँ , यह कैसे मैं बताऊँ ,
इस दिल में बसी तस्वीर , तुम्हें कैसे मैं दिखलाऊँ ,
सच कहूं तो दिल की धड़कनो में रमी हो तुम ,
जो खुद है धुन मेरी , उसे कैसे मैं सुनाऊँ l”
“नीरज कुमार सोनी”
जय श्री महाकाल 🕉️

332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Neeraj kumar Soni
View all

You may also like these posts

मुस्कुरा देते हैं
मुस्कुरा देते हैं
Jyoti Roshni
नफ़रत
नफ़रत
विजय कुमार अग्रवाल
झूठ करे है शोर रे, जनमत ले आधार।
झूठ करे है शोर रे, जनमत ले आधार।
संजय निराला
शुभांगी।
शुभांगी।
Acharya Rama Nand Mandal
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय प्रभात*
कहा कृष्ण ने -
कहा कृष्ण ने -
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ढ़ांचा एक सा
ढ़ांचा एक सा
Pratibha Pandey
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
कवि रमेशराज
होली उसी की होली है
होली उसी की होली है
Manoj Shrivastava
संगठन
संगठन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
एक आरजू
एक आरजू
लक्ष्मी सिंह
राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
Mandar Gangal
कल मैं चालाक था, इसलिए मैं दुनिया बदलना चाहता था, आज मैं बुद
कल मैं चालाक था, इसलिए मैं दुनिया बदलना चाहता था, आज मैं बुद
पूर्वार्थ देव
पलाश के फूल
पलाश के फूल
NAVNEET SINGH
#उलझन
#उलझन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
इस दिल में जो बसी थी वो भोली चली गई है।
इस दिल में जो बसी थी वो भोली चली गई है।
दीपक झा रुद्रा
"अपने की पहचान "
Yogendra Chaturwedi
3280.*पूर्णिका*
3280.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
শিবকে নিয়ে লেখা গান
শিবকে নিয়ে লেখা গান
Arghyadeep Chakraborty
निश्चित जो संसार में,
निश्चित जो संसार में,
sushil sarna
हर रोज याद आऊं,
हर रोज याद आऊं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
इश्क की अब तलक खुमारी है
इश्क की अब तलक खुमारी है
Dr Archana Gupta
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
"सही मायने में तो साथ देते हैं ll
पूर्वार्थ
माॅर्डन आशिक
माॅर्डन आशिक
Kanchan Khanna
वो तो नाराजगी से डरते हैं।
वो तो नाराजगी से डरते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
नियति
नियति
surenderpal vaidya
वो फिर से लौट आई है दिल पर नई सी दस्तक देने,
वो फिर से लौट आई है दिल पर नई सी दस्तक देने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" गिरगिट "
jyoti jwala
पथप्रदर्शक
पथप्रदर्शक
Sanjay ' शून्य'
Loading...