नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
कभी कभी सच्चाई भी भ्रम सी लगती हैं
"परिस्थिति का चक्रव्यूह बनाम आलोक"
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,
"प्रीत-रंग"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी पसंद तो बस पसंद बनके रह गई उनकी पसंद के आगे,
जगत पहेली
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
राम रूणिचा वाळा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कर्म प्रकाशित करे ज्ञान को,
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मामले के फ़ैसले अदालत में करने से बेहतर है की आप अपने ही विर
चेहरे पर तेरे मुस्कान गुलाबी सर्द सी है।