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20 Jul 2024 · 1 min read

*जीवन का सार यही जानो, सच्चाई जीवन में घोलो (राधेश्यामी छंद

जीवन का सार यही जानो, सच्चाई जीवन में घोलो (राधेश्यामी छंद )
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जीवन का सार यही जानो, सच्चाई जीवन में घोलो
कम अथवा ज्यादा जो बोलो, लेकिन बोलो जो सच बोलो
सत्पथ का राही जीवन में, सम्मान हर जगह पाता है
उसका यह लोक तुच्छ तो क्या, परलोक सुधर तक जाता है

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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