Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2024 · 1 min read

मातृ भाव और मैत्री भाव जिसके भी मन में वास करता है , वह किसी

मातृ भाव और मैत्री भाव जिसके भी मन में वास करता है , वह किसी को दुख नहीं पहुंचा सकता!

235 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

होती क्या है काया?
होती क्या है काया?
Nilesh Premyogi
फिर याद आई
फिर याद आई
Seema gupta,Alwar
जिंदगी.... बड़ी
जिंदगी.... बड़ी
Preeti Sharma Aseem
#सूफ़ियाना_ग़ज़ल-
#सूफ़ियाना_ग़ज़ल-
*प्रणय प्रभात*
सोच
सोच
Shyam Sundar Subramanian
शास्त्र कहते हैं कि चिता और चिंता दोनों एक समान होती हैं, इस
शास्त्र कहते हैं कि चिता और चिंता दोनों एक समान होती हैं, इस
ललकार भारद्वाज
2974.*पूर्णिका*
2974.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
sp61 एक सुधी श्रोता ने
sp61 एक सुधी श्रोता ने
Manoj Shrivastava
धरती के आगे
धरती के आगे
Chitra Bisht
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
శ్రీ గాయత్రి నమోస్తుతే..
శ్రీ గాయత్రి నమోస్తుతే..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
गीत रीते वादों का .....
गीत रीते वादों का .....
sushil sarna
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
Piyush Goel
नेह ( प्रेम, प्रीति, ).
नेह ( प्रेम, प्रीति, ).
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
हमने देखा है हिमालय को टूटते
हमने देखा है हिमालय को टूटते
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बादल
बादल
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
कत्ल करके हमारा मुस्कुरा रहे हो तुम
कत्ल करके हमारा मुस्कुरा रहे हो तुम
Jyoti Roshni
ना मोहब्बत ना इज़हार-ए-वफ़ा,ना कोई जज़्बात रहा।
ना मोहब्बत ना इज़हार-ए-वफ़ा,ना कोई जज़्बात रहा।
Madhu Gupta "अपराजिता"
विषय: असत्य पर सत्य की विजय
विषय: असत्य पर सत्य की विजय
Harminder Kaur
*
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
गीत- कभी हँसकर कभी झुककर...
गीत- कभी हँसकर कभी झुककर...
आर.एस. 'प्रीतम'
पंचयति
पंचयति
श्रीहर्ष आचार्य
हिंदी हमारी मातृभाषा --
हिंदी हमारी मातृभाषा --
Seema Garg
मशहूर तो भले ही ना हुये हैं हम, मगर
मशहूर तो भले ही ना हुये हैं हम, मगर
Shinde Poonam
क्या यह कलयुग का आगाज है?
क्या यह कलयुग का आगाज है?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
हमसफ़र
हमसफ़र
अखिलेश 'अखिल'
पिता सा पालक
पिता सा पालक
Vivek Pandey
" अपना होना चाहिए "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...