Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2024 · 1 min read

एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।

ग़ज़ल

2122/2122/2122/2
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
काटते दिन रात अब उसकी ही यादों में।1

ऐश‌ औ आराम की चिंता नहीं की है,
ज़िंदगी कटती रही बस दो निवालों में।2

गल्तियों पर गल्तियां कीं जो नहीं माने,
दिन ब दिन धंसते गए हैं वो गुनाहों में।3

ज़िंदगी जिंदादिली अब है कहां यारो,
डर सदा फस जाऍं कब दुनियां की चालों में।4

जब से आए जिंदगी में दर्द ही देखा,
जिंदगी ही डूबी सारी गम के प्यालों में।5

ले के वापस फिर न आते भूल जाते सब,
फिर से आये मांगने वो पांच सालों में।6

रूठ कर बैठे थे जो वर्षों से मुझसे दूर,
प्रेम से वो आ गये प्रेमी की बातों में।7

……….✍️ सत्य कुमार प्रेमी

121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

गांव तो गांव होना चाहिए
गांव तो गांव होना चाहिए
Indu Singh
बिन गरजे बरसे देखो ...
बिन गरजे बरसे देखो ...
sushil yadav
त्यौहारों की कहानी
त्यौहारों की कहानी
Sarla Mehta
जीयो
जीयो
Sanjay ' शून्य'
चौराहे पर लुट गया चीर
चौराहे पर लुट गया चीर
संजय निराला
जाने दो माँ
जाने दो माँ
Kaviraag
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
Neelam Sharma
भूखे हैं कुछ लोग !
भूखे हैं कुछ लोग !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मैं पुरुष हूं
मैं पुरुष हूं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मैं नहीं कहती
मैं नहीं कहती
Dr.Pratibha Prakash
कलियों सी मुस्कुराती
कलियों सी मुस्कुराती
Anand Kumar
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
कुमार अविनाश 'केसर'
3064.*पूर्णिका*
3064.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
अमित कुमार दवे
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
Phool gufran
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
जिंदगी तो धोखा है आज नहीं तो कल साथ छोड़ जाएगा ll
जिंदगी तो धोखा है आज नहीं तो कल साथ छोड़ जाएगा ll
Ranjeet kumar patre
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
दोहा - कहें सुधीर कविराय
दोहा - कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
gurudeenverma198
सबसे अमीर ये वक्त हैं,
सबसे अमीर ये वक्त हैं,
Vivek Kumar Yadav
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
"नजर से नजर और मेरे हाथ में तेरा हाथ हो ,
Neeraj kumar Soni
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
पूर्वार्थ
रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व
रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व
Ravi Prakash
समय बदल गया है और यह कुछ इस तरह रिश्तों में भी बदलाव लेकर आय
समय बदल गया है और यह कुछ इस तरह रिश्तों में भी बदलाव लेकर आय
Rekha khichi
khanjanAliJhaja
khanjanAliJhaja
khanjanAliJhaja
सच कहना बचा रह जाता है
सच कहना बचा रह जाता है
Arun Prasad
শিবের গান
শিবের গান
Arghyadeep Chakraborty
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Mishra " नीर "
Loading...