यूं कठिन राह कोई ना चुनता मगर– राम गीत।
सहयोगी भाव से बढ़ता रहा समाज
वक़्त कम, दिल में बड़े अरमान,
भाषा से परे राजनीति, तमिलनाडु में हिंदी विरोध से लेकर सत्ता संघर्ष तक: अभिलेश श्रीभारती
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
किसी के वास्ते इसे ऐसे ही न हार दो