Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2024 · 1 min read

काफिला

कहने को पूरा काफिला संग चलाता है,
पर तेरा संग न होना अब भी खलता है।

2 Likes · 180 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

इंतहा
इंतहा
Kanchan Khanna
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना।
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल(चलो हम करें फिर मुहब्ब्त की बातें)
ग़ज़ल(चलो हम करें फिर मुहब्ब्त की बातें)
डॉक्टर रागिनी
नीर सा मन
नीर सा मन
Manoj Shrivastava
दिल में छुपे अलग से दर्द की कहानी,
दिल में छुपे अलग से दर्द की कहानी,
Kanchan Alok Malu
विश्वास
विश्वास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जीत के लिए जुनून चाहिए।
जीत के लिए जुनून चाहिए।
उषा श्रीवास वत्स
भक्ति एक रूप अनेक
भक्ति एक रूप अनेक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
दिव्य-दोहे
दिव्य-दोहे
Ramswaroop Dinkar
सुलगती भीड़
सुलगती भीड़
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
आंखें
आंखें
Ragini Kumari
🙅सोच कर बताएं🙅
🙅सोच कर बताएं🙅
*प्रणय प्रभात*
Haqiqat ki duniya me hamne khwab bahut paale Hain
Haqiqat ki duniya me hamne khwab bahut paale Hain
Rj Anand Prajapati
कहाँ अब सुहाती है रोटी व सब्जी,
कहाँ अब सुहाती है रोटी व सब्जी,
Satish Srijan
"आशिकी"
Shakuntla Agarwal
सोच ही सोच में
सोच ही सोच में
gurudeenverma198
अपने होने
अपने होने
Dr fauzia Naseem shad
मित्रो नमस्कार!
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
" घास "
Dr. Kishan tandon kranti
हे दामन में दाग जिनके
हे दामन में दाग जिनके
Swami Ganganiya
4883.*पूर्णिका*
4883.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर
पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
अंतहीन प्रश्न
अंतहीन प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
नीरस ना हो जाए ये जीवन हमारा तभी तो
नीरस ना हो जाए ये जीवन हमारा तभी तो
Rekha khichi
खाने में थूक! छी
खाने में थूक! छी
Sanjay ' शून्य'
सरपरस्त
सरपरस्त
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कुछ मुकाम पाने है तो काफी कुछ छोड़ने का साहस दिखाना होगा। क्
कुछ मुकाम पाने है तो काफी कुछ छोड़ने का साहस दिखाना होगा। क्
पूर्वार्थ
हर खतरे से पुत्र को,
हर खतरे से पुत्र को,
sushil sarna
Loading...