Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2024 · 1 min read

“हकीकत”

“हकीकत”
अल्पमत की राजनीति में
होती कई मजबूरी,
निर्दलीय भी सी.एम. बनते
पार्टी नहीं जरूरी।

2 Likes · 2 Comments · 135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी कभी सच्चाई भी भ्रम सी लगती हैं
कभी कभी सच्चाई भी भ्रम सी लगती हैं
ruby kumari
"परिस्थिति का चक्रव्यूह बनाम आलोक"
आलोक पांडेय
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
Ravi Prakash
अब तो सब सपना हो गया
अब तो सब सपना हो गया
Shakuntla Shaku
"जन्नत"
Dr. Kishan tandon kranti
नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,
नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,
Ajit Kumar "Karn"
#ऐसे_समझिए…
#ऐसे_समझिए…
*प्रणय प्रभात*
"प्रीत-रंग"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
” मजदूर की जुबानी “
” मजदूर की जुबानी “
ज्योति
मेरी पसंद तो बस पसंद बनके रह गई उनकी पसंद के आगे,
मेरी पसंद तो बस पसंद बनके रह गई उनकी पसंद के आगे,
जय लगन कुमार हैप्पी
summer as festival*
summer as festival*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जगत पहेली
जगत पहेली
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
राम रूणिचा वाळा
राम रूणिचा वाळा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद
मनोज कर्ण
कर्म प्रकाशित करे ज्ञान को,
कर्म प्रकाशित करे ज्ञान को,
Sanjay ' शून्य'
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मामले के फ़ैसले अदालत में करने से बेहतर है की आप अपने ही विर
मामले के फ़ैसले अदालत में करने से बेहतर है की आप अपने ही विर
Rj Anand Prajapati
जिस दिन राम हृदय आएंगे
जिस दिन राम हृदय आएंगे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
ऐसे प्रश्न कई है
ऐसे प्रश्न कई है
Manoj Shrivastava
कमाई
कमाई
शिव प्रताप लोधी
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
नेताम आर सी
प्यासा के राम
प्यासा के राम
Vijay kumar Pandey
कितनी निर्भया और ?
कितनी निर्भया और ?
SURYA PRAKASH SHARMA
हमें शांति चाहिए
हमें शांति चाहिए
Sudhir srivastava
प्रेम का मतलब
प्रेम का मतलब
लक्ष्मी सिंह
चेहरे पर तेरे मुस्कान गुलाबी सर्द सी है।
चेहरे पर तेरे मुस्कान गुलाबी सर्द सी है।
Rj Anand Prajapati
आज फिर ....
आज फिर ....
sushil sarna
मेरी हमनवां
मेरी हमनवां
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...