कल तो निर्मम काल है ,
कल तो निर्मम काल है ,
इसका क्या विश्वास ।
इसके हर एक अंश में ,
केवल प्यास ही प्यास ।।
सुशील सरना / 6-7-24
कल तो निर्मम काल है ,
इसका क्या विश्वास ।
इसके हर एक अंश में ,
केवल प्यास ही प्यास ।।
सुशील सरना / 6-7-24