Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

तुम मुझे ईनाम दे दो,
बेवफ़ा का नाम दे दो।

हो गया बीमारे गम मैं,
सबको ये पैगाम दे दो।

इश्क़ का आगाज़ हूँ मैं,
तुम उसे अंजाम दे दो।

तुम पिला दो आज साक़ी,
मय भरा इक ज़ाम दे दो।

‘दीप’ बन जलता रहूँगा,
एक धुंधली शाम दे दो।

दीपक “दीप” श्रीवास्तव

Language: Hindi
1 Like · 207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

3059.*पूर्णिका*
3059.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम सभी को लिखना और पढ़ना हैं।
हम सभी को लिखना और पढ़ना हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला
SATPAL CHAUHAN
तो मोहब्बत पर सुनिएगा....💞
तो मोहब्बत पर सुनिएगा....💞
पूर्वार्थ
*हमारे कन्हैया*
*हमारे कन्हैया*
Dr. Vaishali Verma
सोचें सदा सकारात्मक
सोचें सदा सकारात्मक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
Subhash Singhai
बहुत ढूंढा बाजार में यूं कुछ अच्छा ले आएं,
बहुत ढूंढा बाजार में यूं कुछ अच्छा ले आएं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन को भिगो दे
मन को भिगो दे
हिमांशु Kulshrestha
हमारी  मूल  भाषा  है,  हमें  पढ़ना   सिखाती  है,
हमारी मूल भाषा है, हमें पढ़ना सिखाती है,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
*श्रीमती पुष्प लता कपूर: शत-शत नमन (कुंडलिया)*
*श्रीमती पुष्प लता कपूर: शत-शत नमन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वर्ष बीत गया
वर्ष बीत गया
Jitendra kumar
सब्र का पैमाना जब छलक जाये
सब्र का पैमाना जब छलक जाये
shabina. Naaz
कर ले प्यार
कर ले प्यार
Ashwani Kumar Jaiswal
ग़ज़ल - कह न पाया आदतन तो और कुछ - संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - कह न पाया आदतन तो और कुछ - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
🙅पूछ रहा दर्शक🙅
🙅पूछ रहा दर्शक🙅
*प्रणय प्रभात*
हमारे बुज़ुर्ग अनमोल हैं ,
हमारे बुज़ुर्ग अनमोल हैं ,
Neelofar Khan
"अनुभूति प्रेम की"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसे कहूँ दिल की बातें
कैसे कहूँ दिल की बातें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिंदगी एक सफर है सुहाना,
जिंदगी एक सफर है सुहाना,
हरिओम 'कोमल'
"प्रॉब्लम"
अमित कुमार
मनु-पुत्रः मनु के वंशज...
मनु-पुत्रः मनु के वंशज...
डॉ.सीमा अग्रवाल
रणबंका राठौड़
रणबंका राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
आत्महत्या
आत्महत्या
Harminder Kaur
गुलाम और मालिक
गुलाम और मालिक
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हसरत भरी नज़र में
हसरत भरी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
!! चाहत !!
!! चाहत !!
जय लगन कुमार हैप्पी
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
" आप बल‌रहे हो कि ये दुनिया नहीं है मेरे लिए मगर ईश्वर ने तो
fyisahmed81
अद्वितीय गुणगान
अद्वितीय गुणगान
Dushyant Kumar
Loading...